भारत फिर से अपना खोया गौरव हासिल कर सके और विश्व को शान्ति और सफलता का सन्देश दे सके, ये मेरा सपना है. हम सभी मिल जुलकर सबका विकास कैसे करें, यही मेरा चिंतन है, आपको साथ लेकर आपका विकास करना मेरे काम का तरीका है, सपने दिखाना और उन्हें पूरे करना मेरी ताकत है, आपकी ही छुपी हुई खूबियों को आपके सामने ले आना मेरी कला है, आपके दुखी मन के पीछे भी ख़ुशी का समंदर भरा है ये मेरा विश्वास है, आपकी खूबियों, ताकतों और कामयाबियों के सहारे भारत को जगत का सिरामौर बनाना मेरा मिशन है.
एक स्वस्थ, सुखी और आत्मनिर्भर समाज का निर्माण ही मेरा मिशन है. इसके लिए जरुरी है कि हम भारत की महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास पर पूरा ध्यान दें. हमारी महिलायें किसी की बेटी, पत्नी, माँ या बहन के रूप में नहीं बल्कि स्वयं एक स्वतंत्र व्यक्तित्व की तरह खड़ी होकर अपनी संभावनाओं को साकार कर सकें और समाज और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें. साथ ही हमारे बच्चे और युवा तन मन से स्वस्थ बनें और बेहतर शिक्षण प्रशिक्षण हासिल कर सकें. महिला सशक्तीकरण के साथ बच्चो और युवाओं के विकास के द्वारा भारत को सबल बनाना ही पहला और और सबसे बड़ा सपना है.
एक समाज और राष्ट्र तभी सक्षम बनता है जब उसकी जनसंख्या के हर हिस्से को अपनी संभावनाओं को साकार करने का पर्याप्त अवसर और सुविधा मिलती है. आज हम हमारे समाज पर नजर डालें तो हम देखेंगे कि हमारी महिलायें पर्याप्त शिक्षित नहीं हैं. उनके लिए तेजी से विकास करती इस दुनिया के साथ कदम मिलाकर चलना कठिन होता जा रहा. विज्ञान और तकनीक के साथ ग्रामीण और शहरी जीवन में जिस तरह के बदलाव आ रहे हैं उसमे असुरक्षा और अपराध बढ़ रहे हैं. यह न केवल हमारी महिलाओं और बेटियों के लिए खतरनाक है बल्कि बच्चों और युवाओं के लिए भी एक चुनौती है.