“एक सशक्त नारी ही सबल समाज का निर्माण कर सकती है” – डॉ. मनीषा बापना
कोई भी राष्ट्र अपने समाज से अछूता नहीं होता, जिस समाज के लोग परस्पर प्रेम, सम्मान और समानता का व्यवहार करता है वही आगे बढ़ सकता है. इस बात को अनुभव करते हुए मैंने राष्ट्र निर्माण की दिशा में समाज निर्माण को अपना हथियार बनाया है. समाज की स्त्रीयां, बच्चे और युवाओं पर विशेष ध्यान देते हुए बेहतर कल का निर्माण करना मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है.