“आपके सपनों की गहराई ही आपके व्यक्तित्व की उंचाई तय करती है” – डॉ. मनीषा बापना
आज हमने जो पाया है उसी पर हमने कल ध्यान दिया था, और आज हमारा ध्यान जिस पर है वही हमें आने वाले कल में मिलेगा. कोई माने या ना माने लेकिन हर इंसान अपनी तकदीर खुद इसी जिन्दगी में अपने हाथों से लिखता है. भाग्य वो लेखा है जिसे हम रोज लिखते हैं लेकिन खुद ही पढ़ना भूल जाते हैं. सपने भी ऐसे ही हैं हम खुद उन्हें सजाकर भूल जाते हैं. आप जितने जागरुक होकर जितनी गहराई से सपने देखेंगे उतनी तेजी से आपके सपने पूरे भी होंगे.